संवेदनहीन हो गई हैं जिला प्रशासन...... औरंगाबाद शहर

संवेदनहीन हो गई हैं जिला प्रशासन...... औरंगाबाद शहर में लगातार हो रहे दुर्घटना एवं घटनाएं उसके बाद भी जिला प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा से सोए हुए हैं धर्मशाला चौक से लेकर बाईपास चौक तक किसी तरह का कोई ट्रैफिक का व्यवस्था नहीं है कोई नो एंट्री नहीं रमेश चौक से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक जिला प्रशासन के द्वारा नो एंट्री घोषित किया गया है परंतु इसका असर कभी दिखता नहीं है क्योंकि जिले के प्रशासनिक महकमे के अधिकारी अपने कर्तव्य को भूल गए हैं आज ब्लॉक मोड़ के पास जो दुर्घटना हुआ है वह प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है प्रत्येक दिन हजारों हजार बच्चे स्कूल जाने के लिए घर से निकलते हैं एवम उनके अभिभावक लाने जाते हैं सभी निजी विद्यालयों की बसों की हालत आप से छुपा हुआ नहीं है अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुआ सैकड़ों तिपहिया वाहन एवं चार पहिया वाहन के चालक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चला रहे हैं कोई कार्रवाई नहीं धरले से ट्रैक्टर, बस, पिक अप सवारी गाड़ी, ओवरलोड माल भरकर बाजार में सर पत दौड़ रहे चाहे mvi या डीटीओ साहब हो अपने कर्तव्य को भुला गए हैं ओ मालदार पार्टी खोजते हैं । जनप्रतिनिधियों का ज़मीर भी मर गया है आज की घटना दिल और दिमाग को झकझोर कर रख दिया ।कब जागेगी जिला प्रसाशन या और बड़ी घटना की इंतजार में है।मैं सभी राजनैतिक एवम सामाजिक कार्यकर्ता से आग्रह करते है कि मिलकर विचार करे। नहीं तो शहर में प्रतेक दिन इस तरह के घटनाओं से रूबरू होना पड़ेगा।

Deo Sun Temple Aurangabad Bihar.

Built during the 8th century by Chandravanshi King, Bhairavendra Singh, “Deo Sun Temple” of Aurangabad, Bihar is one among the most notable Sun temples of India.

The 100-ft tall temple designed in Nagara art, with an umbrella-like top is unique among the various Sun temples of India as it faces west, the direction setting sun not towards the usual direction of rising Sun.