औरंगाबाद : एक मां की आंसुओं के दर्द के मर्म को तो समझिये एसपी साहब,सुनिए उसकी करूण पुकार को

औरंगाबाद : एक मासूम नौजवान के हत्यारे को पकड़ने में आखिर पुलिस को इतनी देर क्यों लग रही है और वह भी जब मृतक ने मृत्यु से पूर्व अपने हत्या करने वाले का नाम पुलिस को बता दिया था.बावजूद इसके पटना की पुलिस के हाथ पैर क्यों फूल रहें हैं ?कही ऐसा तो नही कि अपराधी का सम्बन्ध सत्ताधारी दल के किसी बड़े नेता के साथ सम्बन्ध हो अगर ऐसा है तो फिर संविधान में वर्णित क़ानून के प्रावधानों से लोगों का विश्वास उठ जाएगा.यह कारुणिक गुहार एक मां द्वारा रविवार की शाम शहर के रमेश चौक पर अपने बेटे के हत्यारे को पकड़ने के  लिए निकाले गए कैंडल मार्च के दौरान लगाई जा रही थी.अपने बेटे की मौत के बाद पत्थर बन चुकी मां ने रोते रोते पटना के एसपी को कहा कि “एक मां की आंसुओं के दर्द के मर्म को समझिये एसपी साहब”नही तो इस सैलाब में कितने लोग जलसमाधि ले लेंगे इसका अंदाजा आपको नहीं.रमेश चौक पर उस वक्त सबों की आंखे नम होकर अश्रुधारा में परिणत हो गयी जब अपराधियों के हाथों मौत की नींद में समा चुके 18 वर्षीय अमन की मां फूट फूटकर रोये जा रही थी और अपने बेटे की हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी.
 गौरतलब है कि रफीगंज प्रखंड के गंधरा निवासी विजय सिंह उर्फ़ मंटू सिंह के 18 वर्षीय पुत्र अमन की हत्या 11 जुलाई की देर शाम अपराधियों ने पटना के बहादुरपुर में गोली मारकर कर दी थी.मरने से पूर्व अमन ने अपराधियों के नाम भी पुलिस को बताया था और उसी बयान के आधार पर मुख्य आरोपी गोलू सहित आधा दर्जन युवकों को नामजद बनाते हुए बहादुरपुर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी.हालांकि नामजद अभियुक्तों में से पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन घटना के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है.घटना के बाद से गोलू फरार है और पुलिस के हाथ अब भी इस काण्ड के उद्भेदन को लेकर खाली है.अमन की हत्या के बाद परिजन पुलिस की कार्यशैली को लेकर नाराज हैं.अमन की हत्या को लेकर सिर्फ परिजन ही नही बल्कि शहर एवं गाँव के लोग भी आक्रोशित हैं.यही कारण है कि रविवार की शाम सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो महिला एवं पुरुषों ने शहर में कैंडल मार्च निकाल कर अपने आक्रोश को व्यक्त
 किया.यह कैंडल मार्च शहर के बाईपास से चलकर रमेश चौक तक पहुंची जहाँ लोगों ने कैंडल जलाकर अमन के लिए न्याय की मांग की.मार्च में शामिल शहरवासियों ने कहा कि यह सांकेतिक मार्च था यदि पटना पुलिस हत्यारे के बचाव में आती है तो निश्चित तौर पर पटना की सड़कों पर उग्र आन्दोलन होगा.इस कैंडल मार्च में मृतक अमन की माँ किरण देवी,पिता विजय सिंह,रेडक्रॉस के चेयरमैन सतीश कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता कुमार सौरभ सिंह,बीजेपी नेता उज्जवल सिंह,अभाविप के पूर्व छात्र प्रतिनिधि शशि सिंह,एनएसयूआई छात्र नेता विवेक सिंह,बमबम सिंह,जयप्रकाश सिंह,जयंत सिंह,अनुज सिंह,भीम सिंह, राहुल कुमार सिंह,शैलेन्द्र सिंह,धीरज सिंह सचदेवा,विकास काली,पुष्प कुमारी,पूजा कुमारी,रिंकी कुमारी,सुमन कुमार,विशाल मिश्र,अजित कुमार सहित दर्जनों की संख्या में महिलायें एवं परिजन शामिल थे.

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