औरंगाबाद : बिरला श्लोका प्ले स्कूल द्वारा आयोजित डेंटल चेकअप एंड ओरल हेल्थ अवेयरनेस का दिखा असर

औरंगाबाद : आमतौर पर यह देखा जाता है कि कई सामाजिक,आर्थिक एवं स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्याओं को लेकर कई संगठनों, विद्यालयों एवं प्रशासनिक महकमों द्वारा जागरूकता अभियान के माध्यम से विभिन्न प्रकार की समस्याओं से निदान एवं उससे बचाव के उपाय बताये जाते हैं. परन्तु ऐसे आयोजनों में विशेषज्ञों द्वारा बतायी गयी बातों से कितने लोग सहमत होते हैं और दैनिक जीवन में उसे प्रयोग में लाते हैं इसका आंकडा नही मिल पाता है.लेकिन शनिवार को बिरला प्ले स्कूल के द्वारा एडभांस डेंटल हॉस्पिटल के तत्वाधान में लगाये गए डेंटल चेकअप एंड हेल्थ अवेयरनेस का असर उसके समाप्ति के बाद ही दिखने लगा.पटना डेंटल कॉलेज के पीरियोडोंटिक्स एंड इम्प्लांटोलौजी के विभागाध्यक्ष डॉ(प्रो०) रंधीर कुमार सिंह एवं दरभंगा एसडीसीएच की डॉ(प्रो०) गीता शर्मा द्वारा दांतों के रख रखाव,उसकी देखभाल एवं इस मामले में की गयी लापरवाही के बाद उत्पन्न परेशानियों को जब बताया और प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया तो लोगों के चेहरों पर अपने द्वारा की जा रही लापरवाही के परिणाम की भयावहता दृष्टिगोचर होने लगी.विद्यालय में अपने बच्चों के साथ पहुंचे अभिभावकों ने अपनी दांतों से सम्बंधित परेशानियों के समाधान के उपाय भी पूछते नजर आयें.चिकित्सकों ने अभिभावकों को बताया कि जंक फ़ूड एवं चोकलेट से जितनी ही दूरी बनी रहेगी आपके बच्चे उतने ही स्वस्थ रहेंगे.चिकित्सकों ने बच्चों की माताओं को बताया कि फैशन की दौर में अधिकांश माएं बच्चों को दूध पिलाने के लिए बोतल का प्रयोग करती हैं उससे बच्चे कई प्रकार के रोगों से ग्रसित हो जाते हैं ऐसी स्थिति में उससे जितना ही दूर रहे वह आपके बच्चों के हित में रहेगा. चिकित्सकद्वय ने बारी बारी से दांतों की कई समस्याओं का उल्लेख किया और बताया कि दांतों में सड़न या गंदे दांत आपकी खूबसूरती और स्वास्थ्य दोनों को ही प्रभावित करते हैं.लोग दांतों की समस्या को हल्के में लेते हैं, लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि दांतो की समस्या कई गंभीर बीमारियों का कारण हो सकती हैं? मधुमेह, रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याओं के पीछे दांतों की बीमारियां भी कारण बनती हैं.ऐसी स्थिति में दांतों की ठीक से सफाई आपको हार्ट अटैक से भी बचाता है.एक शोध के मुताबिक दांतों को साफ रखकर आप दिल के दौरे से बचे रह सकते हैं, क्योंकि दांतों और मसूड़ों की बीमारी का दिल की बीमारी के साथ सीधा संबंध है.दांतों की नियमित सफाई नहीं करने पर ये गंदे, बदरंग व खराब हो जाते हैं, इनकी गंदगी एवं परत से दांत व मसूडें दोनों भी खराब होने लगते हैं। दांतों की गंदगी व बीमारी फेफड़े तक पहुंचकर उसे भी संक्रमित कर सकती है. उसकी कार्यक्षमता भी प्रभावित हो जाती है. कुछ भी खाने व पेय पीने के बाद कुल्ला कर मुंह साफ करना चाहिए जबकि दिन भर में दो समय दांतों की सफाई नियमित एवं अच्छी तरह करनी चाहिए. साफ दांत हमारे जीवन को महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.यदि आपके दांत जिन्जीवाइटिस रोग से ग्रसित हो जाते हैं और उसका उपचार समय पर नही किया गया तो वह गंभीर रूप लेकर पीरियोडोंटिस में बदल जाती है. पीरियोडोंटिस से पीड़ित व्यक्ति में मसूड़ों की अंदरूनी सतह और हड्डियां दांत से दूर हो जाती हैं.दांतों और मसूड़ों के बीच स्थित इस छोटी-सी जगह में गंदगी इकट्ठी होने लगती है और दांतों और मसूड़ों में संक्रमण फैल जाता है.अगर ठीक से इलाज न किया जाए तो दांतों के चारों ओर मौजूद ऊतक नष्ट होने लगते हैं.चिकित्सकों द्वारा बतायी गयी बातों का बच्चों के साथ साथ उनके अभिभावकों पर काफी असर पड़ा और यह देखने को तब मिला जब आयोजन समाप्त हुए और अभिभावक घर जाने लगे.बच्चे जो विद्यालय से घर जाने के क्रम में चोकलेट और कुरकुरे की जिद करते थे वह उससे दूर नजर आये और उनके द्वारा अपने अभिभावकों से यह चर्चा करते देखा गया कि इससे दांत सड जायेंगे.अभिभावक धीरज कुमार,उत्तम कुमार,ओमप्रकाश प्रीत ने बताया कि आयोजन के बाद उनके द्वारा घर में प्रयोग में लाये जा रहे दूध के बोतल को फेंक दिया गया और बच्चों की सेहत से कोई खिलवाड़ न करते हुए जंक फ़ूड के उपयोग न करने का संकल्प लिया गया. कैम्प में अपने बच्चों के साथ मौजूद अभिभावकों में दिव्या,सीमा,अंकित,राहुल,अमित,नेहाल आरिफ एवं संजय सिन्हा ने बताया कि शहर में पहली बार किसी विद्यालय द्वारा इस प्रकाश का आयोजन किया गया.ऐसे आयोजन से अभिभावकों को बिना किसी चिकित्सक से सम्पर्क किये अपने बच्चों के सेहत का ध्यान आराम से रखा जा सकता है और उन्हें कई प्रकार की बीमारियों से बचाया जा सकता है.इस मौके पर मौजूद प्ले स्कूल के निदेशक कौशल शर्मा एवं सचिव धीरज अजनबी ने बताया कि विद्यालय के द्वारा समय समय पर ऐसे आयोजन किये जाते रहेंगे ताकि बच्चे शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य के मामले में भी अव्वल रहे.आयोजन के सफलता में विद्यालय की प्राचार्य अपराजिता चौबे,शिक्षिका आकांक्षा,ऋचा, तेजस्विनी,नेहा,निधि एवं शालू की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

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